Wednesday, November 20, 2024

सहती गङ्गा सरस्ती गङ्गा : Ganga 'The river of Life'

गङ्गा होकर तुम पल पल इतना सहती क्यों हो । हम कूड़ा डालें डालें गंदा पानी। थकती उठती कल कल इतना सरस्ती क्यों हो ।। गङ्गा होकर तुम पल पल इतना सहती क्यों हो।